कानपुर (KANPUR ) जोकि प्रारम्भ में कान्हापुर था, कालांतर में अंग्रेजी काल में कॉनपुर (CAWNPUR) हो गया। यह प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। प्रदेश की राजधानी लखनऊ से लगभग 80 km की दूरी पर बसा यह शहर प्रदेश की औद्योगिक राजधानी भी कहलाता है। माँ गंगा के तट पर बसे होने के कारण प्रारम्भ में यहाँ जल यातायात प्रचलित था बाद में ग्रैंड ट्रंक रोड बनाने के बाद यह शहर इलाहाबाद से भी जुड़ गया और यहाँ का औद्योगिक विकास बहुत तीव्र गति से होने लगा। यह शहर अवध के नवाबों के शासनकाल के अंतिम चरण में पुराना कानपुर, पटकापुर, कुरसवाँ, जुही तथा सीसामऊ गाँवों के मिलने से बना था।यह शहर भारतवर्ष के चमड़े के कारोबार का मुख्य केंद्र है।
प्रदेश : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh -U.P.)
मुख्यमंत्री : योगी आदित्यनाथ ( मार्च 2017 से....)
प्रदेश के मुख्यमंत्री : योगी आदित्यनाथ
बाबा आनंदेश्वर मंदिर का इतिहास महाभारत काल से जुड़ा है। ऐसी मान्यता है की यहां पर दानवीर कर्ण गंगा स्नान के बाद महादेव की पूजा करने आते थे। जहाँ कर्ण महादेव की पूजा करते थे एक गाय वहां जाकर अपना दूध चढ़ा देती थी। जिसे जानकार ग्रामीणों ने इस स्थान पर खुदाई कराई। कई दिन की खुदाई के बाद यहां शिवलिंग मिला जिसे ग्रामीणों ने शिवलिंग का अभिषेक कर गंगा किनारे ही स्थापित कर दिया। आनंदी गाय के दूध चढ़ाने के कारण ही मंदिर का नाम आनंदेश्वर पड़ा। अनुमानतः प्रत्येक सोमवार यहाँ लगभग 50000 श्रद्धालु दर्शन प्राप्त करते है। यह संख्या सावन में लाखों में पहुंच जाती है। पहले यह मंदिर एक टीले पर स्थित था परन्तु अब यह मंदिर लगभग 3 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है। यह मंदिर जूना अखाड़े से सम्बंधित है।